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आधुनिक वास्तुकला-कला और संस्कृति upsc main gs paper 1

Updated: Mar 6

आधुनिक वास्तुकला भारत में 19वीं शताब्दी से विकसित हुई और इसमें औपनिवेशिक प्रभाव, स्वदेशी पुनरुद्धार, और स्वतंत्रता के बाद के नवाचार शामिल हैं। UPSC मुख्य परीक्षा के लिए आधुनिक वास्तुकला का अध्ययन ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और तकनीकी दृष्टिकोण से आवश्यक है।


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1. यूरोपीय प्रभाव (औपनिवेशिक काल)


मुख्य विशेषताएं:


यूरोपीय औपनिवेशिक ताकतों (ब्रिटिश, पुर्तगाली, फ्रेंच) का वास्तुकला पर प्रभाव।


नवशास्त्रीय, गोथिक, और रोमनस्क वास्तुकला शैलियों का उपयोग।


कार्यात्मकता और भव्यता पर जोर।



प्रमुख उदाहरण:


1. ब्रिटिश वास्तुकला:


विक्टोरियन गोथिक शैली: मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (पूर्व में विक्टोरिया टर्मिनस)।


नवशास्त्रीय शैली: कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल।


आधिकारिक भवन: राष्ट्रपति भवन, संसद भवन।




2. पुर्तगाली वास्तुकला:


गोवा में चर्च और बेसिलिका जैसे बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस।




3. फ्रांसीसी वास्तुकला:


पुदुचेरी में व्यवस्थित शहर नियोजन और फ्रेंच औपनिवेशिक भवन।





विश्लेषण:


यूरोपीय वास्तुकला ने भारतीय शहरी नियोजन को प्रभावित किया, खासकर रेलवे स्टेशन, पोस्ट ऑफिस, और अदालतों के निर्माण में।


इस काल में भव्यता, सटीकता, और कार्यात्मकता के साथ निर्माण हुआ।




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2. इंडो-सरसेनिक वास्तुकला


कालखंड: 19वीं शताब्दी के अंत और 20वीं शताब्दी के आरंभ।


मुख्य विशेषताएं:


भारतीय और इस्लामी स्थापत्य परंपराओं का यूरोपीय शैलियों के साथ मिश्रण।


गुंबद, मीनार, जालीदार खिड़कियां, और भव्य मेहराब।


भारतीय पहचान को बनाए रखने की कोशिश।



प्रमुख उदाहरण:


1. गेटवे ऑफ इंडिया (मुंबई):


इंडो-सरसेनिक और गुजराती वास्तुकला का मिश्रण।




2. मैसूर पैलेस:


हिंदू, मुस्लिम, और यूरोपीय शैलियों का समावेश।




3. मद्रास हाईकोर्ट (चेन्नई):


इंडो-इस्लामिक और गोथिक शैली का संयोजन।





विश्लेषण:


यह शैली भारतीय सांस्कृतिक परंपराओं को औपनिवेशिक प्रभाव के साथ मिलाने का प्रयास करती है।


भारतीय स्थापत्य में "पुनरुद्धारवाद" का प्रारंभ।




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3. स्वतंत्रता के बाद का काल


मुख्य विशेषताएं:


स्वदेशी और आधुनिक दृष्टिकोण के बीच संतुलन।


औद्योगिकीकरण और आधुनिकता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए भवन निर्माण।


वास्तुकला में प्रगतिशीलता और कार्यात्मकता।



प्रमुख दौर और योगदान:


1. ले कोर्बुज़ियर का प्रभाव (चंडीगढ़):


चंडीगढ़ के नियोजन में स्वच्छता, हरियाली, और कार्यात्मकता।


विधानसभा भवन, सचिवालय।




2. लुई काह्न का योगदान (IIM अहमदाबाद):


भारतीय और आधुनिक शैलियों का मिश्रण।


ईंट और सादगी पर जोर।




3. भारतीय स्थापत्यकारों का योगदान:


चार्ल्स कोरिया:


गांधी संग्रहालय (अहमदाबाद)।


कंचनजंगा अपार्टमेंट (मुंबई)।



बी.वी. दोषी:


भारतीय परंपराओं और आधुनिकता का मेल।


IIM बैंगलोर।






उदाहरण:


नई दिल्ली के भवन:


आईआईटी, विश्वविद्यालय, और अन्य संस्थान।



न्यायिक भवन:


उच्चतम न्यायालय, उच्च न्यायालय।




विश्लेषण:


स्वतंत्रता के बाद भारतीय वास्तुकला ने सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हुए आधुनिकता की दिशा में कदम बढ़ाया।


योजना, हरित निर्माण, और सामुदायिक भवनों पर जोर।




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विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण (UPSC के लिए महत्वपूर्ण बिंदु):


1. यूरोपीय प्रभाव:


औपनिवेशिक वास्तुकला के प्रमुख उदाहरण और भारतीय वास्तुकला पर इसका प्रभाव।


यूरोपीय स्थापत्य की विरासत के लाभ और सीमाएं।




2. इंडो-सरसेनिक शैली:


भारतीय सांस्कृतिक पुनरुत्थान का प्रतीक।


औपनिवेशिक प्रशासन और भारतीय लोकाचार का मिश्रण।




3. स्वतंत्रता के बाद की वास्तुकला:


आधुनिकता और भारतीय पहचान के बीच संतुलन।


नए शहरों (चंडीगढ़) और संस्थानों के निर्माण की आवश्यकता।




4. पुनरुद्धारवाद:


स्वदेशी शैली का महत्व।


सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधताओं को बनाए रखने की कोशिश।




5. समकालीन महत्व:


वास्तुकला में टिकाऊपन और हरित निर्माण पर जोर।


आधुनिक भारत में वास्तुकला की बदलती प्राथमिकताएं।






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UPSC मुख्य परीक्षा में संभावित प्रश्न:


1. "भारतीय वास्तुकला पर यूरोपीय प्रभाव का मूल्यांकन करें। नवशास्त्रीय और गोथिक शैलियों के उदाहरण देकर व्याख्या करें।"



2. "इंडो-सरसेनिक वास्तुकला ने औपनिवेशिक और भारतीय परंपराओं को कैसे जोड़ा? प्रमुख विशेषताओं और उदाहरणों के साथ विश्लेषण करें।"



3. "स्वतंत्रता के बाद भारत में वास्तुकला ने किस प्रकार आधुनिकता और भारतीय परंपराओं को जोड़ा? उदाहरण देकर स्पष्ट करें।"



4. "स्वतंत्रता के बाद की वास्तुकला में चंडीगढ़ का क्या महत्व है? ले कोर्बुज़ियर के योगदान का विश्लेषण करें।"



5. "चार्ल्स कोरिया और बी.वी. दोषी के कार्य भारतीय आधुनिक वास्तुकला के लिए क्यों महत्वपूर्ण हैं?"





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यहाँ आधुनिक वास्तुकला पर आधारित 20 संभावित UPSC प्रारंभिक परीक्षा के MCQ और उनके उत्तर दिए गए हैं:



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यूरोपीय प्रभाव


1. ब्रिटिश काल के दौरान नवशास्त्रीय शैली का प्रमुख उदाहरण कौन सा है?

a) विक्टोरिया मेमोरियल

b) संसद भवन

c) गेटवे ऑफ इंडिया

d) चारमीनार

उत्तर: a) विक्टोरिया मेमोरियल



2. मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस किस शैली में निर्मित है?

a) नवशास्त्रीय

b) गोथिक

c) इंडो-इस्लामिक

d) इंडो-सरसेनिक

उत्तर: b) गोथिक



3. पुर्तगाली वास्तुकला का सबसे प्रसिद्ध उदाहरण कौन सा है?

a) बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस (गोवा)

b) चारमीनार

c) गेटवे ऑफ इंडिया

d) विक्टोरिया मेमोरियल

उत्तर: a) बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस



4. विक्टोरियन गोथिक शैली में कौन सा भवन बनाया गया है?

a) दिल्ली का लाल किला

b) मुंबई विश्वविद्यालय पुस्तकालय

c) मद्रास हाईकोर्ट

d) आईआईएम बैंगलोर

उत्तर: b) मुंबई विश्वविद्यालय पुस्तकालय



5. फ्रांसीसी वास्तुकला का सबसे अच्छा उदाहरण कहाँ मिलता है?

a) गोवा

b) पुदुचेरी

c) कोलकाता

d) जयपुर

उत्तर: b) पुदुचेरी





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इंडो-सरसेनिक वास्तुकला


6. इंडो-सरसेनिक वास्तुकला का मुख्य उद्देश्य क्या था?

a) भारतीय और यूरोपीय शैलियों का मिश्रण

b) पूरी तरह से भारतीय शैली का उपयोग

c) सिर्फ धार्मिक भवनों का निर्माण

d) आधुनिकता का प्रदर्शन

उत्तर: a) भारतीय और यूरोपीय शैलियों का मिश्रण



7. गेटवे ऑफ इंडिया किस वास्तुशैली का उदाहरण है?

a) नवशास्त्रीय

b) इंडो-सरसेनिक

c) गोथिक

d) आधुनिक

उत्तर: b) इंडो-सरसेनिक



8. मैसूर पैलेस किस वास्तुशैली का प्रतीक है?

a) गोथिक

b) इंडो-सरसेनिक

c) नवशास्त्रीय

d) मुगल

उत्तर: b) इंडो-सरसेनिक



9. मद्रास हाईकोर्ट का निर्माण किस शैली में किया गया है?

a) इंडो-सरसेनिक

b) गोथिक

c) नवशास्त्रीय

d) मुगल

उत्तर: a) इंडो-सरसेनिक



10. इंडो-सरसेनिक वास्तुकला का विकास किस काल में हुआ?

a) मौर्य काल

b) ब्रिटिश काल

c) मुगल काल

d) गुप्त काल

उत्तर: b) ब्रिटिश काल





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स्वतंत्रता के बाद का काल


11. चंडीगढ़ शहर की योजना किसने बनाई?

a) लुई काह्न

b) ले कोर्बुज़ियर

c) चार्ल्स कोरिया

d) बी.वी. दोषी

उत्तर: b) ले कोर्बुज़ियर



12. IIM अहमदाबाद का डिजाइन किसने तैयार किया?

a) ले कोर्बुज़ियर

b) लुई काह्न

c) चार्ल्स कोरिया

d) बी.वी. दोषी

उत्तर: b) लुई काह्न



13. स्वतंत्र भारत में वास्तुकला का मुख्य उद्देश्य क्या था?

a) औपनिवेशिक शैलियों को अपनाना

b) आधुनिकता और स्वदेशीता का मिश्रण

c) केवल परंपरागत निर्माण करना

d) यूरोपीय शैलियों का अनुसरण

उत्तर: b) आधुनिकता और स्वदेशीता का मिश्रण



14. आईआईएम बैंगलोर के डिज़ाइन के लिए कौन प्रसिद्ध है?

a) लुई काह्न

b) ले कोर्बुज़ियर

c) बी.वी. दोषी

d) चार्ल्स कोरिया

उत्तर: c) बी.वी. दोषी



15. गांधी संग्रहालय (अहमदाबाद) का डिजाइन किसने किया?

a) ले कोर्बुज़ियर

b) चार्ल्स कोरिया

c) बी.वी. दोषी

d) लुई काह्न

उत्तर: b) चार्ल्स कोरिया



16. चंडीगढ़ में सचिवालय भवन किसने डिजाइन किया?

a) बी.वी. दोषी

b) ले कोर्बुज़ियर

c) चार्ल्स कोरिया

d) लुई काह्न

उत्तर: b) ले कोर्बुज़ियर



17. कंचनजंगा अपार्टमेंट (मुंबई) का डिजाइन किसने किया?

a) बी.वी. दोषी

b) चार्ल्स कोरिया

c) लुई काह्न

d) ले कोर्बुज़ियर

उत्तर: b) चार्ल्स कोरिया



18. भारतीय वास्तुकला में "फंक्शनल प्लानिंग" किससे जुड़ी है?

a) औपनिवेशिक वास्तुकला

b) स्वतंत्रता के बाद की वास्तुकला

c) मुगल वास्तुकला

d) द्रविड़ शैली

उत्तर: b) स्वतंत्रता के बाद की वास्तुकला



19. IIT दिल्ली और आईआईटी कानपुर के भवन किस शैली में बनाए गए हैं?

a) इंडो-सरसेनिक

b) आधुनिक

c) गोथिक

d) नवशास्त्रीय

उत्तर: b) आधुनिक



20. स्वतंत्र भारत में वास्तुकला का प्राथमिक फोकस क्या था?

a) शाही भवनों का निर्माण

b) सार्वजनिक और संस्थागत भवन

c) धार्मिक इमारतें

d) औपनिवेशिक शैली की इमारतें

उत्तर: b) सार्वजनिक और संस्थागत भवन





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