प्राचीन बौद्ध साहित्य-कला और संस्कृति Upsc main gs paper 1
- carrypedia.com
- Nov 25, 2024
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Updated: Nov 27, 2024

प्राचीन बौद्ध साहित्य भारत के ऐतिहासिक और धार्मिक अध्ययन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। बौद्ध धर्म से संबंधित यह साहित्य न केवल बौद्ध धर्म की विचारधारा को समझने का मार्ग प्रदान करता है, बल्कि प्राचीन भारत की सामाजिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक स्थिति का अध्ययन करने में भी सहायक होता है।
1. त्रिपिटक
त्रिपिटक बौद्ध साहित्य का मुख्य भाग है, जो बौद्ध धर्म की शिक्षा और नियमों का संग्रह है।
(i) विनय पिटक:
बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों के लिए नैतिक और आचार नियमों का संग्रह।
संघ (मठ) की संरचना और अनुशासन के नियम।
(ii) सुत्त पिटक:
भगवान बुद्ध के उपदेशों और प्रवचनों का संग्रह।
इसमें पांच निकाय (Digha Nikaya, Majjhima Nikaya, Samyutta Nikaya, Anguttara Nikaya, Khuddaka Nikaya) शामिल हैं।
(iii) अभिधम्म पिटक:
बौद्ध दर्शन और मनोविज्ञान का गहन अध्ययन।
इसमें बौद्ध विचारों का दार्शनिक और विश्लेषणात्मक विवरण है।
2. जातक कथाएँ
भगवान बुद्ध के पूर्वजन्मों की कहानियाँ।
इनमें नैतिकता और धर्म का प्रचार प्रमुख है।
ये कहानियाँ तत्कालीन समाज और जीवन के विभिन्न पहलुओं को भी दर्शाती हैं।
3. महावंश और दीपवंश
श्रीलंका के इतिहास पर आधारित ग्रंथ।
ये ग्रंथ बौद्ध धर्म के श्रीलंका में प्रसार और राजाओं के संरक्षण का वर्णन करते हैं।
4. बौद्ध अवदान साहित्य
अवदान ग्रंथों में कहानियों के माध्यम से बौद्ध नैतिकता और कर्म सिद्धांत का वर्णन किया गया है।
प्रमुख अवदान ग्रंथ: अवदान शतक, दिव्यावदान।
5. महायान साहित्य
महायान परंपरा में विकसित ग्रंथ, जो बाद में बौद्ध धर्म की अन्य शाखाओं में भी लोकप्रिय हुए।
प्रमुख ग्रंथ: सद्धर्मपुण्डरीक सूत्र (लोटस सूत्र), अष्टसाहस्रिका प्रज्ञापारमिता, लंकावतार सूत्र।
6. तांत्रिक बौद्ध साहित्य
वज्रयान परंपरा से संबंधित।
प्रमुख ग्रंथ: गुह्यसमाज तंत्र, हीवज्र तंत्र।
7. संस्कृत बौद्ध साहित्य
बौद्ध विद्वानों द्वारा संस्कृत भाषा में रचित ग्रंथ।
प्रमुख विद्वान: अश्वघोष, नागार्जुन, वसुबंधु, धनपाल।
उदाहरण: बुद्धचरित (अश्वघोष), मध्यमककारिका (नागार्जुन)।
8. अन्य साहित्य
मिलिंद पन्हो: भारत-यूनानी राजा मेनांडर और बौद्ध भिक्षु नागसेन के संवाद।
विशुद्धिमग्ग: बौद्ध ध्यान और आचार संबंधी ग्रंथ।
UPSC के दृष्टिकोण से तैयारी:
बौद्ध साहित्य का महत्व:
धार्मिक, दार्शनिक, और ऐतिहासिक पहलुओं को उजागर करना।
प्रमुख ग्रंथों का सार:
त्रिपिटक और जातक कथाओं की प्रमुख विशेषताओं को याद रखना।
समकालीन समाज पर प्रभाव:
बौद्ध साहित्य के माध्यम से समाज, अर्थव्यवस्था, और राजनीति की स्थिति को समझना।
सांस्कृतिक प्रभाव:
बौद्ध साहित्य का भारत के बाहर (चीन, तिब्बत, श्रीलंका) प्रभाव।
प्राचीन बौद्ध साहित्य पर आधारित 20 MCQs (उत्तर सहित)
प्रश्न 1:
त्रिपिटक बौद्ध धर्म से संबंधित ग्रंथ हैं। इनमें से कौन-सा पिटक बौद्ध भिक्षुओं के अनुशासन से संबंधित है?
a) सुत्त पिटक
b) विनय पिटक
c) अभिधम्म पिटक
d) जातक
उत्तर: b) विनय पिटक
प्रश्न 2:
धम्मपद किस भाषा में लिखा गया है?
a) संस्कृत
b) पालि
c) प्राकृत
d) तमिल
उत्तर: b) पालि
प्रश्न 3:
जातक कथाएं किससे संबंधित हैं?
a) बुद्ध के उपदेश
b) बुद्ध के पूर्व जन्म की कथाएं
c) बौद्ध भिक्षुओं के नियम
d) बौद्ध दर्शन
उत्तर: b) बुद्ध के पूर्व जन्म की कथाएं
प्रश्न 4:
त्रिपिटक में सुत्त पिटक का संबंध किससे है?
a) बौद्ध भिक्षुओं के अनुशासन से
b) बौद्ध दर्शन से
c) बुद्ध के उपदेशों और प्रवचनों से
d) बौद्ध इतिहास से
उत्तर: c) बुद्ध के उपदेशों और प्रवचनों से
प्रश्न 5:
मिलिंद पञ्ह किसके बीच संवाद का विवरण है?
a) अशोक और नागसेन
b) मेनांडर (मिलिंद) और नागसेन
c) बुद्ध और आनंद
d) कुमारिल भट्ट और बुद्ध
उत्तर: b) मेनांडर (मिलिंद) और नागसेन
प्रश्न 6:
"महावंश" और "दीपवंश" किससे संबंधित हैं?
a) बौद्ध धर्म का इतिहास
b) भारत का प्राचीन इतिहास
c) श्रीलंका का इतिहास
d) तिब्बती बौद्ध साहित्य
उत्तर: c) श्रीलंका का इतिहास
प्रश्न 7:
बौद्ध धर्म के किस ग्रंथ में नैतिकता और संयम पर 423 पद्य शामिल हैं?
a) विनय पिटक
b) धम्मपद
c) सुत्त पिटक
d) अभिधम्म पिटक
उत्तर: b) धम्मपद
प्रश्न 8:
"बुद्धचरित" के रचयिता कौन हैं?
a) अश्वघोष
b) नागार्जुन
c) वसुबंधु
d) धर्मकीर्ति
उत्तर: a) अश्वघोष
प्रश्न 9:
त्रिपिटक में "अभिधम्म पिटक" का मुख्य विषय क्या है?
a) बौद्ध दर्शन
b) इतिहास
c) अनुशासन
d) धर्मग्रंथों का संकलन
उत्तर: a) बौद्ध दर्शन
प्रश्न 10:
प्रज्ञापारमिता सूत्र किस बौद्ध परंपरा से संबंधित है?
a) हीनयान
b) महायान
c) वज्रयान
d) थेरवाद
उत्तर: b) महायान
प्रश्न 11:
"ललितविस्तर" किससे संबंधित है?
a) बुद्ध का जीवन
b) बौद्ध दर्शन
c) बौद्ध भिक्षुओं के नियम
d) श्रीलंका का इतिहास
उत्तर: a) बुद्ध का जीवन
प्रश्न 12:
बौद्ध साहित्य के अनुसार, बुद्ध ने पहला उपदेश कहाँ दिया था?
a) सारनाथ
b) कुशीनगर
c) लुंबिनी
d) वैशाली
उत्तर: a) सारनाथ
प्रश्न 13:
"अष्टसहस्रिका प्रज्ञापारमिता" किस भाषा में लिखी गई है?
a) पालि
b) संस्कृत
c) प्राकृत
d) अपभ्रंश
उत्तर: b) संस्कृत
प्रश्न 14:
बौद्ध साहित्य में "धर्मचक्रप्रवर्तन सूत्र" का महत्व क्या है?
a) यह बुद्ध के निर्वाण का वर्णन करता है।
b) यह बुद्ध का पहला उपदेश है।
c) यह महायान ग्रंथ है।
d) यह बुद्ध के जीवन पर आधारित है।
उत्तर: b) यह बुद्ध का पहला उपदेश है।
प्रश्न 15:
पालि साहित्य का सबसे प्राचीन ग्रंथ कौन-सा है?
a) महावंश
b) त्रिपिटक
c) मिलिंद पञ्ह
d) जातक
उत्तर: b) त्रिपिटक
प्रश्न 16:
महायान परंपरा का उद्भव किस बौद्ध साहित्य से हुआ?
a) त्रिपिटक
b) धम्मपद
c) प्रज्ञापारमिता सूत्र
d) अभिधम्म पिटक
उत्तर: c) प्रज्ञापारमिता सूत्र
प्रश्न 17:
"वसुबन्धु" का संबंध किस बौद्ध ग्रंथ से है?
a) अभिधम्मकोश
b) विनय पिटक
c) धम्मपद
d) जातक
उत्तर: a) अभिधम्मकोश
प्रश्न 18:
"दीपवंश" का अर्थ क्या है?
a) श्रीलंका का दीप इतिहास
b) बौद्ध भिक्षुओं के नियम
c) बौद्ध धर्म का दर्शन
d) बुद्ध के जीवन का वर्णन
उत्तर: a) श्रीलंका का दीप इतिहास
प्रश्न 19:
बुद्ध का "महापरिनिर्वाण" किस स्थान पर हुआ?
a) कुशीनगर
b) सारनाथ
c) राजगीर
d) वैशाली
उत्तर: a) कुशीनगर
प्रश्न 20:
जातक कथाओं का मुख्य उद्देश्य क्या है?
a) बौद्ध दर्शन का प्रचार
b) नैतिक शिक्षाओं का प्रसार
c) इतिहास का वर्णन
d) बौद्ध भिक्ष
उत्तर b) नैतिक शिक्षाओं का प्रसार
प्राचीन बौद्ध साहित्य पर UPSC मुख्य परीक्षा के लिए 5 संभावित प्रश्न
1. "त्रिपिटक बौद्ध धर्म का मूल आधार है।" त्रिपिटक के तीन पिटकों की संरचना और उनके महत्व की चर्चा करें।
2. धम्मपद और जातक कथाओं के माध्यम से बौद्ध धर्म की नैतिक शिक्षाओं का मूल्यांकन करें।
3. बौद्ध संस्कृत साहित्य ने महायान परंपरा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस कथन का विश्लेषण करें।
4. मिलिंद पञ्ह बौद्ध दर्शन और तर्कशास्त्र के अध्ययन में क्यों महत्वपूर्ण है? इसके प्रमुख विषयों की चर्चा करें।
5. "महावंश" और "दीपवंश" केवल श्रीलंका का इतिहास नहीं हैं, बल्कि बौद्ध धर्म के प्रचार का भी वर्णन करते हैं। चर्चा करें।
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